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मिसिर हरिहरपुरी की कुण्डलिया




मिसिर हरिहरपुरी की 

        कुण्डलिया


गहरा चिंतन हो सदा, जा घटना में डूब।

विश्लेषण करते रहो, जाना तनिक न ऊब।।

जाना तनिक न ऊब , मथो सारे तथ्यों को।

खोजो सह-संबन्ध, ज्ञानदायक सत्यों को।

कहें मिसिर कविराय, पढ़ो मत सिर्फ कहरा।

ज्ञान-रत्न को ढूढ़, लगा कर गोता गहरा।।






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2 Comments

Sachin dev

31-Dec-2022 06:05 PM

Wonderful

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बेहतरीन

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